तेरे प्यार की रोशनी ऐसी है कि; हर तरफ उजाला नजर आता है; सोचता हूँ कि घर की बिजली कटवा दूं; कमबख्त बिल बहुत आता है।
जिसे दिल दिया वो दिल्ली चली गई; जिसे प्यार किया वो इटली चली गई; दिल ने कहा खुदखुशी कर ले अए जालिम; जब बिजली को हाथ लगाया तो बिजली चली गई।
मैंने उसका चेहरा मार-मार कर लाल कर दिया, पता है क्यों? क्योंकि उसने कहा था कि "थप्पड़ से डर नहीं लगता साहब, प्यार से लगता है।"
चाँदनी ने कहा कि तू प्यार कर; समां ने कहा आँखें चार कर; गोरी को छेड़ा तो बोली मुस्कुराकर; अभी तू नदान है कुछ इंतजार कर।
नज़रें मिले तो उसे 'इज़हार' कहते हैं; रातों को नींद ना आये तो उसे 'प्यार' कहते हैं; मिले दिल तो उसे 'इकरार' कहते हैं; पर जो इन सब में ना पड़े उसे 'समझदार' कहते हैं।
अगर मंज़िल चाहते हो तो हौंसला बुलंद रखो; अगर प्यार चाहते हो तो ऐतबार साथ रखो; और अगर हँसना चाहते हो तो, . .. ... .... ..... दांत साफ़ रखो!