संता: देखो एक महान लेखक ने कहा है, 'पति को भी घर के मामले में बोलने का हक़ होना चाहिए'। जीतो: देखो, वो बेचारा भी सिर्फ लिख पाया, कह नहीं।
संता: आप कैसे एक 'बस' का लिंग बदल सकते हैं? बंता (आश्चर्य से): यह कैसे हो सकता है? संता: लेट आओगे, तो बस 'मिस' हो जाएगी!
जीतो: अगर रात में मच्छर काट रहे हों तो क्या करना चाहिए? संता: चुपचाप खुजाकर सो जाना चाहिए! आप रजनीकांत तो हो नहीं जो मच्छरों से माफ़ी बुलवा लोगे!
संता: क्या बात है, बेटा; आज कल बड़ी टेंशन में रहते हो? पप्पू: पापा, आपको नहीं बता सकता! संता: देखो बेटा, मुझे अपना दोस्त समझो और अपने दिल की बात बोलो! पप्पू: क्या बताऊ यार, "तेरी भाभी नाराज हो गयी है मुझसे"!
संता: तेरे बाप को उंगली करने की आदत गई नहीं? जीतो: क्यों, अब क्या हुआ? संता: आज फिर से पूछ रहा था, "मेरी बेटी से शादी करके खुश हो न?"