पप्पू अपने पिता संता से: पापा मुझे मोटरसाइकिल लेकर दो। संता: भगवान जी ने दो टांगें किस लिए दी हैं? पप्पू: एक टांग किक मारने के लिए और दूसरी गियर डालने के लिए।
एक दिन संता, पप्पू को समझा रहा था। संता: बेटा मेहनत किया कर, मेहनत करने से कोई मर नहीं जाता। पप्पू: इसीलिए तो मैं मेहनत नहीं करता पापा। असली मजा तो उसी काम में है जिसमें जान का खतरा हो।
पप्पू: पापा, क्या स्याही महंगी होती है? संता: नहीं, पर क्यों पूछ रहे हो? पप्पू: मैंने थोड़ी सोफे पर गिरा दी तो पता नहीं मम्मी इतना क्यों चिल्ला रही थी।
संता और पप्पू दोनों एक होटल में गए। संता: वेटर एक बियर और एक आईसक्रीम लाओ। पप्पू: आईसक्रीम क्यों पापा? आप भी बियर पी लीजिये ना।
बंता: भाई, बकरे की जिंदगी बढ़िया है। संता: वो कैसे? बंता: अरे, एक बार कट गया और किस्सा खत्म। संता: क्या हुआ, भाभी वापस आ गयी क्या?