बुढ़ापे की पहली निशानी क्या है? झुर्रियां? नहीं दवाइयाँ? नहीं गंजापन? नहीं तो फिर क्या है? जब बीवी शक करना बंद कर दे।
एक आदमी बाबा के पास जाता है। आदमी: बाबा कभी-कभी रात को अचानक नींद खुल गई तो देखता हूँ कि बीवी का चेहरा नूर से चमक रहा है। रौशनी इतनी होती है कि चादर के उपर से किरणें दिखती हैं। ये कैसा नूर है बाबाजी। बाबा: अबे अपने मोबाइल पर पासवर्ड डालके रख, फोन चेक करती है वो तेरा।
बंता: भैया बाल छोटे-छोटे कर दो। नाई: कितने छोटे कर दूँ, साहब? बंता: इतने छोटे कर दो कि बीवी के हाथों में ना आ सकें।
एक दिन संता जंगल के रास्ते से जा रहा था, "तो चुड़ैल ने उसे रोका और कहा, हा हा हा..मैं चुड़ैल हूँ।" संता बोला, "मुझे पता है क्योंकि, तेरी एक बहन मेरी बीवी है।
बंता: मेरी बीवी इतना मज़ाक करती है कि मैं क्या बताऊं। संता: वो कैसे? बंता: कल मैंने अचानक पीछे से जाकर उसकी आँखों पर हाथ रखा और बोला, "बता मैं कौन?" संता: तो फिर? बंता: वो बोली, "दूध वाला हा हा हा"।