संता: जब भी कपड़े धोता, बारिश हो जाती, एक दिन धूप निकली उसने भगवान का शुक्रिया किया और दुकान पर सर्फ लेने के लिए गया; तभी अचानक जोर-जोर से बादल गरजने लगे: संता फटाफट आसमान की तरफ मुंह करके बोला, "किधर चले?" . . . . . . "मैं तो बिस्कुट लेने आया हूँ!"
संता बंता तंग सीढ़ियों में एक दूसरे के सामने अड़ गए। बंता: मैं मूर्ख के लिए रास्ता नहीं छोड़ता। संता (पीछे हटकर): लेकिन मैं छोड़ देता हूँ!
बंता: यार वो कौन से 6 बच्चे हैं जो खुद सारा दिन आवारागर्दी करते हैं, ना खुद पढ़ते हैं और ना दूसरे बच्चों को पढ़ने देते हैं। संता: वही नोबिता, शिज़ुका, जियान, सुनीयो, छोटा भीम और वो साला डोरेमोन।
प्रीतो: देखो हमारी पड़ोसन हर साल अपने पति के साथ 15-20 दिन के लिए बाहर घूमने जाती है, पर क्या आप कभी ले कर गए? बंता: मैंने उससे 4-5 बार पूछा, पर वो मना कर देती है।
घर का T.V बिगड़ जाए तो माता-पिता कहते हैं.. बच्चों ने बिगाड़ा है; और अगर बच्चे बिगड़ जाएं तो कहते है.. T.V. ने बिगाड़ा है !!!
पत्नी: सुनो जी, डॉक्टर ने मुझे एक महीना आराम के लिए स्विट्ज़रलैंड या पेरिस जाने को कहा है… हम कहाँ जायेंगे? पति: दूसरे डॉक्टर के पास !!