नयी-नयी शादी के बाद दुल्हन ने खाना बनाया तो गलती से खाने में मिर्च थोड़ी ज्यादा डाल दी। पति अजीब किस्म का मुंह बनाकर खाने लगा, तो पत्नी ने पूछा, "क्या खाना अच्छा नहीं बना?" पति: खाना तो बहुत अच्छा बना है। पत्नी: तो फिर आपकी आँखों में आंसू क्यों हैं? पति: अरे, यह तो ख़ुशी के आँसू हैं। पत्नी: अरे, आपने तो खाना खाना ही छोड़ दिया। पति: बस मैं मजबूर हूं, इतनी ख़ुशी बरदाश्त नहीं कर पा रहा।
पत्नी: ये क्या, सफ़ेद गुलाब क्यों? वैलेंटाइन डे पर तो लाल गुलाब देते हैं। पति: अब जिंदगी में प्यार से ज्यादा शांति की जरुरत है।
पति: मैं तुम्हारे लिए साड़ी लाऊंगा, गहने खरीदूंगा और तुम्हें दुनिया की सैर कराने ले जाऊंगा। पत्नी: चलो हटो, मोदी कहीं के।
शाम को पति के घर आते ही पत्नी ने किच-किच शुरू कर दी। संता: अरे यार, दिनभर का थका-हारा आया हूँ, पहले फ्रेश तो होने दो। पत्नी: मैं भी दिनभर अकेली थी, तो मैं भी फ्रेश ही हो रही हूँ।
पति पत्नी सब्ज़ी मार्केट में गये। पत्नी इतना भाव मोल और जाँच पड़ताल कर रही थी कि पति परेशान हो गया। पति: कृपा करके जल्दी ख़रीदो, ऑफ़िस को लेट हो रहा हूँ। पत्नी: तुम बीच में मत बोलो। जल्दी जल्दी करके ही तुम जैसा पति मिला है मुझे, अब कोई नयी ग़लती नहीं करनी।
पत्नी: सुनो जी, आप मेरी तरफ मुँह करके सोना, मुझे रात को डर लगता है। पति: बस तुम तो सिर्फ अपनी ही सोचना, मेरी चाहे डर के मारे जान चली जाये।