पठान की बेगम रात को: सुनिए ज़रा उठिए aur देखिये अलमारी के पास चोर खड़ा है। पठान: उसके पास हथियार हुआ तो? बेगम: अरे आप घबराओ मत, आपका तो इंश्योरेंस है, पर गहनों का नहीं है।
पठान कॉफ़ी शॉप में वेटर से: एक कॉफ़ी कितने की है? वेटर: सर, 50 रुपये। पठान: सामने वाली दुकान पर तो 1 रुपये लिखा है। वेटर: अबे धयान से पढ़, कॉफ़ी नहीं कॉपी लिखा है, फोटो-स्टेट की दुकान है वो।
पठान: कल एक पहलवान ने मेरे भाई को पीटा। मुझे पता लगा तो मैं तो सीधा उसके घर घुस गया। सिंधी: तो फिर क्या हुआ? पठान: वही, जो मेरे भाई के साथ हुआ। पहलवान ने मुझे भी खूब पीटा।
सिंधी: पठान भाई तुम बाजार जा रहे हो तो मेरे लिए एक शीशा लेकर आना, जिसमे मैं अपना चेहरा देख सकूँ। पठान: ठीक है। पठान के बाजार से वापस आने के बाद: सिंधी: भाई, ले आये शीशा? पठान: नहीं भाई मिला ही नहीं, जो भी शीशा मैं उठाता था उसमे मेरा ही चेहरा दिखाई दे रहा था, आपका नहीं।
पठान ने लस्सी की दूकान लगाई। ग्राहक: अरे इस लस्सी में मक्खी गिरी हुई है। पठान: ओये, दिल बड़ा रख ये छोटी सी जान, तेरी कितनी लस्सी पी जायेगी।
पठान ने अपनी बीवी को गोली मार दी। हालाँकि उसकी बेगम ने सिर्फ इतना कहा था कि - "मैं अपनी जिंदगी शान और शौकत के साथ गुजारना चाहती हूँ।" अब पठान भाई शान और शौक़त को ढूँढ रहा है।