पत्नी: आप इतनी शतरंज क्यों खेलते हैं? पठान: इससे मैं मुस्तैद रहता हूँ। पत्नी: मुस्तैद रहते हैं, किसलिए? पठान: शतरंज खेलने के लिए।
पठान नक़ली नोट लेकर दुकान पर सर्फ लेने गया। दुकानदार: इसमें क़ायद-ए-आज़म की टोपी नहीं है। पठान: टोपी मैली (गंदी) है, उसी के लिए तो सर्फ लेने आया हूँ।
एक पठान साइकिल चलाते और गुनगुनाते हुए कहीं जा रहा था। रास्ते में एक औरत से टकरा गया। औरत चिल्ला कर बोली,"ब्रेक नही मार सकता था क्या?" पठान हैरत से बोला, "पूरा साइकिल मार दिया, अभी ब्रेक मार के क्या फ़ायदा।"
एक पठान दूसरे पठान से: तुम ये ईंट लिए क्यों फिर रहे हो? दूसरा पठान: मैं अपना घर बेचना चाहता हूँ, ये उसका नमूना है!