पत्नी: कोई नया शेर सुनाओ? पति: संगमरमर से तराशा, खुदा ने तेरे बदन को.. पत्नी (ख़ुशी से): आगे? पति: बाकी बचा पत्थर उसने तेरी अक्ल पे रख दिया।
शाम को पति के घर आते ही पत्नी ने किच-किच शुरू कर दी। पति: अरे यार, दिन भर का थका-हारा आया हूँ, पहले फ्रेश तो होने दो। पत्नी: मैं भी तो दिन भर अकेली थी, तो मैं भी फ्रेश हो रही हूँ।
पार्टी ज़ोरों से चल रही थी। पति बहुत मस्ती कर रहा था, अचानक पत्नी ने ऊँगली से इशारा करके बुलाया। पति डरते हुए आया और बोला: क्या हुआ? पत्नी: हुआ तो कुछ नहीं, मै तो बस इस ऊँगली की ताक़त चैक कर रही थी कही कमजोर तो नहीं पड़ गयी।
2 हफ्ते से ज्यादा खांसी 'टी.बी.' बन जाती है और समय पर गर्लफ्रेंड न बदलो तो... . . . . . . . . . . 'बीवी' बन जाती है।
पति: सुनो इस बार गर्मियों की छुट्टियों में हम कहाँ चलें? पत्नी(रोमांटिक अंदाज़ में गुनगुनाते हुए): जहाँ ग़म भी ना हो। आंसू भी ना हो। बस प्यार ही प्यार पले। पति: ऐसा कैसे हो सकता है? तुम तो साथ चलोगी ही।