बंता: भाई, बकरे की जिंदगी बढ़िया है। संता: वो कैसे? बंता: अरे, एक बार कट गया और किस्सा खत्म। संता: क्या हुआ, भाभी वापस आ गयी क्या?
शाम को पति के घर आते ही पत्नी ने किच-किच शुरू कर दी। संता: अरे यार, दिनभर का थका-हारा आया हूँ, पहले फ्रेश तो होने दो। पत्नी: मैं भी दिनभर अकेली थी, तो मैं भी फ्रेश ही हो रही हूँ।
पत्नी खूबसूरत न हो तो पति दाएं- बाएं देखता है। . . . . . . . . अगर खूबसूरत हो तो फिर चारों तरफ देखता है।
इंसान के शरीर में 1 लाख 39 हज़ार नसे होती है, सिर्फ बीवी और गर्लफ्रेंड ही जानती है कि कब कौन सी दबानी है।
संता: देखो एक महान लेखक ने कहा है, 'पति को भी घर के मामले में बोलने का हक़ होना चाहिए'। जीतो: देखो, वो बेचारा भी सिर्फ लिख पाया, कह नहीं।
पति-पत्नी दोनों एक पार्टी में गए। पत्नी: वो जो आदमी दारू पीकर नाच रहा है न, मैंने उसे 10 साल पहले रिजेक्ट कर दिया था। पति: बताओ, अभी तक जश्न मना रहा है।