पठान ठेले वाले से खाने का सामान पैक करवा रहा था। ठेले वाला: खान साहब, यहीं खा लो। पठान: नहीं यार घर जाकर खाऊंगा, डॉक्टर ने कुछ भी बाहर खाने को मना किया है।
पठान खाँसी की दवाई लेने डॉक्टर के पास गया। डॉक्टर: यह दवाई 2 चम्मच सुबह, 2 चम्मच दोपहर और 2 चम्मच रात को 3 दिन तक लेना। पठान: अपना दवाई अपने पास रखो, ऐसे तो हमारे घर के सारे चम्मच ही खत्म हो जायेंगे।
सिंधी(पठान से): और बताओ तुम्हारा भाई आज-कल क्या कर रहा है? पठान: बस एक दुकान खोली थी, पर अब तो जेल में है। सिंधी: जेल में, वो क्यों? पठान: वो दुकान हथौड़े से खोली थी न।
पठान: मैंने कल एक सपना देखा। सिंधी: अच्छा क्या देखा सपने में? पठान: यार कुछ दिखाई ही नहीं दिया। सिंधी: क्यों? पठान: वो मेरी आँखें बंद थी न, इसलिए।
सिंधी: ओये तू वहां कोने में क्यों बैठा है? पठान: सर्दी बहुत है न इसलिए। सिंधी: सर्दी है तो कोने में क्या तापमान ज्यादा है? पठान: हाँ, तुम्हे नहीं पता कोना 90 डिग्री का होता है।
पठान की बेगम(रोमांटिक होते हुए): सुनिए जी मुझे एक पप्पी चाहिए। पठान: लो घर में खाने के लाले पड़े हैं, इनको कुत्ता रखना है।