जीतो: बेटा सेब खाओगे? पप्पू: नही। जीतो: बेटा आम खाओगे? पप्पू: नही। जीतो: बेटा संतरा खाओगे? पप्पू: नही। जीतो: बिल्कुल बाप पर गया है, चप्पल ही खायेगा।
पप्पू: माँ दिवाली आने वाली है, इस बार पटाखे इस दुकान से लूंगा। जीतो: पर ये पटाखों की दुकान नहीं, लड़कियों का हॉस्टल है। पप्पू: पर पापा तो कहते हैं यहाँ यहां एक से एक धाँसू पटाखे हैं।
जीतो: बेटा, तुम तो पढ़ने में बड़े होशियार हो, फिर ट्यूशन वाले को रखने की क्या जरूरत है? पप्पू: माँ, तुम भी तो घर का काम करने में होशियार हो, फिर काम वाली बाई को रखने की क्या जरूरत है? फिर क्या... दे चप्पल... दे चप्पल
पप्पू: मुझे लगता है कि हमारी टीचर पागल हो गयी है। जीतो: क्यों, तुम्हें ऐसा क्यों लगता है? पप्पू: क्योंकि वो हमेशा बस "क्लास यह करो, क्लास वो करो" कहती रहती है, पर हमारे स्कूल में तो क्लास नाम का कोई है ही नहीं।
प्रीतो: अगर मैं किसी जवान लड़के को किस्स करूँ, तो क्या होगा? बाबा: नरक में जाओगी! प्रीतो: अच्छा, अगर मैं आप को किस्स करूँ तो? बाबा: चालाक औरत, स्वर्ग में जाना चाहती है!
प्रीतो: ये तुम्हें क्या सूझा की तुमने कुत्ता पाल लिया? जीतो: ताकि लोगों को पता न चल सके कि कौन भौंक रहा है!