अगर लड़कियां पराया धन हैं, तो लड़के क्या हैं? नहीं पता क्या? मैं बताता हूँ। . . . . . . एक नंबर के चोर, जिनकी नज़र हमेशा पराये धन पर लगी रहती है।
एक रात एक घर में चोर घुस आया। खटपट सुनकर मालिक की आँख खुल गई। मालिक: कौन है? चोर: म्याऊँ। मालिक: कौन है? चोर: म्याऊँ। मालिक: कौन है? चोर: अबे साले, बिल्ली हूँ बिल्ली।
पुलिस को एक बॉडी मिली है, काले दांत हैं, घोसले जैसे बाल हैं, शक्ल पागलों जैसी, मुझे तेरी चिंता हो रही है, ज़रा मिस कॉल तो मार।
वकील: तुम ने पुलिस ऑफिसर की हथेली पर जलती हुई सिगरेट क्यों रखी? पठान: ये हमको बोला काम करवाना है तो पहले मुट्ठी गर्म करो!
चोर ने एक महिला का पर्स चोरी किया और उसमे से उसे 1000 रुपये मिले! एक पठान ने यह सब देख लिया तो उस चोर ने पठान से कहा कि जो रकम उसे मिली है, वोह फिफ्टी-फिफ्टी कर लेंगे! पठान ने कहा ठीक हैं, लेकिन बाकी के 900 रुपये का वोह क्या करेंगे!
पुलिस: तुम्हारा दोस्त कैसे मरा? पठान: पता नहीं वो बोला, मेरे पेट में चूहे कूद रहे हैं, तो मैंने उसको चूहे मारने की दवा खिला दी।