पठान ने घड़ीसाज से कहा, "इस घड़ी को ठीक करने का क्या लोगे?" घड़ीसाज: जो कीमत आप को पड़ी थी, उसका आधा दे देना! अगले दिन घड़ी ठीक कराने के बाद पठान ने घड़ीसाज को दो थप्पड़ मार दिए! घड़ीसाज ने पूछा, "मुझे थप्पड़ क्यूँ मारे?" पठान ने झट से जवाब दिया, "जब मैंने घड़ी लेने की ज़िद की थी तो मेरे अब्बू ने मुझे चार थप्पड़ मारे थे!"
सिंधी(पठान से): यार तुम्हारा जन्मदिन कब आता है? पठान: नहीं यार, मेरा जन्मदिन नहीं आता। सिंधी: ऐसा कैसे हो सकता है? जन्मदिन तो सबका आता है। पठान: वो मैं रात को पैदा हुआ था, इसलिए मेरा जन्म दिन नहीं आता।
गर्लफ्रेंड: मेरा तो तुम्हारे बिना जी नहीं लगता। पप्पू: अरे पगली, जी नहीं लगता तो 'स्टार' और 'सोनी' लगा कर देख लिया कर। वो भी अच्छे चैनल हैं।
जीतो: बस सारा दिन इस कंप्यूटर पे बैठे रहते हो, तुम्हें कोई और काम ही नहीं है। पप्पू: आप भी ना मम्मी, मैं कंप्यूटर पे नहीं कुर्सी पे बैठता हूँ।
टीचर: शाबाश पप्पू, मुझे खुशी है कि तुमने इतने अच्छे अंक लिए आगे भी ऐसे ही अच्छे अंक लेना। पप्पू: जी टीचर, पर आप भी परीक्षा के सभी पेपर मेरे अंकल की प्रेस में छपवाते रहिएगा।