जब से तुम्हें जाना है, जब से तुम्हें पाया है; हर दुआ में तेरा ही नाम आया है; ताकि पूछ सकूँ रब से, . . . . . . . यह कैसा नमूना बनाया है।
माना कि तेरी नज़र में कुछ भी नहीं हूँ मैं; . . . . . . . . . मेरी अहमियत उनसे पूछना जिनके मैंने पैसे देने हैं।
लोग कहते हैं कि खुदा ने तुमको फुर्सत में बनाया है। सही कहते हैं क्योंकि... . . . . . . फालतू के काम फुर्सत में ही किये जाते हैं।
मैंने मंदिर में एक रूपया दान पेटी में डाला और एक अच्छा दोस्त माँगा, तब भगवान ने मुझे तुमसे मिलवाया और कहा, . . . . . . "एक रुपये में ऐसा ही मिलेगा।"
सब के लिए चैलेंज: खाली जगह में 'हाँ' या 'नहीं' भरो। 1) ________________ मैं इंसान नहीं बंदर हूँ। 2) ________________ मैं ही पागल हूँ। 3) ________________ मेरे दिमाग का कोई इलाज़ नहीं है। 4) ________________ मुझे पागलखाने जाना है।