गर्लफ्रेंड: मुझे माफ कर देना। मैंने तुमसे यह बात छिपाई कि मेरी मंगनी हो चुकी है। . .. ... पठान: कोई बात नहीं। आओ, तुम्हें मैं अपनी बेगम और बच्चों से मिलवाता हूं।
पठान (मरीज): डॉक्टर साहब मेरे पास इलाज के लिए पैसे नही हैं, आप मेरा इलाज कर दें तो शायद मैं भी कभी आपके काम आ सकता हूँ। डॉक्टर: तुम क्या काम करते हो? पठान: जी मैं कब्र खोदता हूँ।
पठान अपने निकाह के बाद अपनी बेगम से बोला, "आज से तुम ही मेरी जीनत हो, तबसुम हो, तमन्ना हो"। सलमा ने जवाब दिया, "मेरे लिए भी आज से आप ही नावेद, समीर, हबीब, मुजीद, जिब्रन, खलील, नौशाद और हनीफ़ लंगड़ा भी हो"।
जज़: तुमने समाज के लिए कौन सा भला काम किया है? पठान (मुजरिम): ''हमारे कारण ही पुलिस और अदालत में लाखों लोगो को नौकरी मिली है।''
एक पठान दूसरे पठान से: तुम ये ईंट लिए क्यों फिर रहे हो? दूसरा पठान: मैं अपना घर बेचना चाहता हूँ, ये उसका नमूना है!
सिंधी: तुम ये ईंट लिए क्यों फिर रहे हो? पठान: कुछ नहीं यार, मैं अपना घर बेचना चाहता हूँ और ये उसका नमूना है।