जीतो, पप्पू को पीट रही थी। संता: क्यों पीट रही हो पप्पू को? जीतो: स्कूल में जन्माष्टमी के उपलक्ष में 'राधा' विषय पर निबंध लिखने को कहा गया था। संता: तो फिर? जीतो: कमबख्त ने 'राधे माँ' पर निबंध लिख डाला।
पप्पू: पापा आपके लिए एक खुशखबरी है। संता: क्या? पप्पू: आपने कहा था न कि अगर मैं पास हो गया तो गाडी दिलवाओगे। संता: हाँ। पप्पू: पैसे बच गए आपके।
पप्पू: पिता जी मुझे ढोल खरीद दीजिए न। संता: न बेटा, तू ढोल बजाकर मुझे तंग किया करेगा। पप्पू: नहीं, पिता जी, मैं तब बजाऊँगा जब आप सो जाया करेंगे।
एक दिन संता पप्पू को समझा रहा था। संता: बेटा मेहनत किया कर, मेहनत करने से कोई मर नहीं जाता। पप्पू: इसीलिए तो मैं मेहनत नहीं करता पापा, असली मज़ा तो उसी काम में है जिसमे जान का खतरा हो।
पप्पू: पापा आप शराब मत पिया करो। संता: पीने दे बेटा, साथ क्या ले कर जाना है? पप्पू: इसी तरह पीते रहे तो छोड़ कर भी क्या जाओगे।
पप्पू अपनी माँ से बुरी तरह से पिटने के बाद अपने पापा के पास गया और पूछा, "आप कभी पाकिस्तान गए हो?" संता: नहीं बेटा। पप्पू: कभी अफ़ग़ानिस्तान गए हो? संता: नहीं बेटा। पप्पू: तो फिर यह आतंकवादी आइटम कहाँ से लाये?