संता: तुम्हारे पास क्या सबूत है कि तुमने एक साल तक सेठ जगन्नाथ जी के यहां भोजन बनाया है? रसोइया (नौकर): मेरे पास ऐसे कई बर्तन हैं जिन पर उनका नाम लिखा हुआ है।
संता घर पहुंचा तो नौकर ने बताया: "थोड़ी देर पहले आपके जिगरी दोस्त का फोन आया था।" संता: "तुमने कैसे जाना वो मेरा जिगरी दोस्त है?" नौकर: "उन्होंने कहा था कि वो 'कमीना' आ जाए तो उसे कहना मुझे फोन करे।"
नेपाली नौकर : (सुबह सुबह)– ओ शाब जी!! मोटर खराब हो गई।। साहब जी बड़ा परेशान!!!! अब क्या करुं नहाऊंगा कैसे?? इस कम्बख्त मोटर को भी सुबह ही खराब होना था। नौकर: क्या करूं शाब जी ?? फैंक दूं इशको क्या? साहब जी : पागल है क्या , करवाता हूं शाम तक ठीक. नौकर : ठीक है शाब जी. तो फिर ….. . . . . . . आज…… . . . . . . . . . . . . . . . . . आलू में मोटर के बदले गोबी डाल देता हूं शाब जी..