तोड़ कर आज ग़लत-फ़हमी की दीवारों को SHARE FacebookTwitter तोड़ कर आज ग़लत-फ़हमी की दीवारों कोदोस्तो अपने ताल्लुक को सँवारा जाए* ताल्लुक : संबं SHARE FacebookTwitter