तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहे SHARE FacebookTwitter तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहेआपकी ख़ुशी के लिए अपनी ख़ुशी से दूर रहेअब इससे बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगीकि आपके होकर भी आप से दूर रहे SHARE FacebookTwitter
अभी कुछ दूरियां तो कुछ फांसले बाकी हैं; पल-पल सिमटती शाम से कुछ रौशनी बाकी है; .......Read Full Shayari
है अगर दूरियां बहुत तो इतना समझ लो; कि पास रह कर भी कोई रिश्ता ख़ास नहीं होता;.......Read Full Shayari