कागज मेँ लिपटी रोटियाँ मै खाऊँ भी तो कैसे SHARE FacebookTwitter कागज मेँ लिपटी रोटियाँ मै खाऊँ भी तो कैसे खून से लथपथ आते है अखबार भी आजकल SHARE FacebookTwitter Tagsखून भरी शायरी