तुम आओ कभी दस्तक तो दो दर-ए-दिल पर

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तुम आओ कभी दस्तक तो दो दर-ए-दिल पर
प्यार पहले से कम हो तो सज़ा-ए-मौत दे देना

This is a great दस्तक पर शायरी.

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