कसूर ना उनका था ना हमारा

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कसूर ना उनका था ना हमारा
हम दोनों ही रिश्तों की रसम निभाते रहे
वो दोस्ती का एहसास जताते रहे
और हम मोहब्बत को दिल में छुपाते रहे​

This is a great हमारा अंदाज शायरी. If you like कसूर पर शायरी then you will love this.

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