रात की गहराई आँखों में उतर आई

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रात की गहराई आँखों में उतर आई
कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई
ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के
कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई

This is a great आँखों का काजल शायरी. If you like शायरी आँखों की then you will love this. Many people like it for गहराई पर शायरी.

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