दौर-ए-तन्हाई में झोंका हवा का जब भी कोई आया

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दौर-ए-तन्हाई में झोंका हवा का जब भी कोई आया
दिल देता है दस्तक कि देख कहीं वो लौट तो नहीं आया

This is a great दस्तक पर शायरी.

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