धुआँ धुआँ जला था दिल धीमे धीमे गुबार उठा SHARE FacebookTwitter धुआँ धुआँ जला था दिल धीमे धीमे गुबार उठाराख के उस ढेर में बिखरा हुआ एक ख्वाब मिलाMoreThis is a great ख्वाब पर शायरी. If you like अधूरे ख्वाब शायरी then you will love this. Many people like it for धुआँ शायरी. Share it to spread the love. SHARE FacebookTwitter Tagsख्वाब पर शायरी, धुआँ शायरी