एक मेरा ही हाथ नहीं थामा उस ने SHARE FacebookTwitter एक मेरा ही हाथ नहीं थामा उस नेवरना गिरते हुए कितने ही संभाले उसनेMoreThis is a great मेरा बचपन शायरी. If you like मेरा नसीब शायरी then you will love this. Many people like it for मेरा गाँव शायरी. Share it to spread the love. SHARE FacebookTwitter Tagsहाथ पर शायरी