ये फ़ासले तेरी गलियों के हमसे तय ना हुए SHARE FacebookTwitter ये फ़ासले तेरी गलियों के हमसे तय ना हुएहज़ार बार रुके हम हज़ार बार चलेMoreThis is a great तेरी आँखे शायरी. If you like तेरी खामोशी शायरी then you will love this. Many people like it for तेरी खूबसूरती शायरी. SHARE FacebookTwitter Tagsफासले शायरी