अब किस से कहें और कौन सुने जो हाल तुम्हारे बाद हुआ SHARE FacebookTwitter अब किस से कहें और कौन सुने जो हाल तुम्हारे बाद हुआइस दिल की झील सी आँखों में एक ख़्वाब बहुत बर्बाद हुआयह हिज्र-हवा भी दुश्मन है उस नाम के सारे रंगों कीवो नाम जो मेरे होंठों पर खुशबू की तरह आबाद हुआMoreThis is a great तुम्हारे बिना शायरी. SHARE FacebookTwitter Tagsतुम्हारे बिना शायरी