अब हवा जिधर जाये मैं भी उधर जाऊंगा SHARE FacebookTwitter अब हवा जिधर जाये मैं भी उधर जाऊंगामैं खुश्बू हूँ हवाओं में बिखर जाऊंगाअफ़सोस तुम्हें होगा मुझे सताओगे अगरमेरा क्या जितना भी जलाओगे उतना ही निखर जाऊंगाMoreThis is a great मर जाऊंगा शायरी. SHARE FacebookTwitter Tagsमर जाऊंगा शायरी