हर तमाशाई फक़त साहिल से मंज़र देखता SHARE FacebookTwitter हर तमाशाई फक़त साहिल से मंज़र देखताकौन दरिया को उलटता कौन गौहर देखताTranslationफक़त : सिर्गौहर : मोतMoreThis is a great मंज़र भोपाली की शायरी. If you like मंज़र भोपाली शायरी then you will love this. Many people like it for साहिल की शायरी. SHARE FacebookTwitter Tagsमंज़र भोपाली की शायरी, मंज़र भोपाली शायरी, साहिल की शायरी