ख़मोशी से मुसीबत और भी संगीन होती है

SHARE

ख़मोशी से मुसीबत और भी संगीन होती है
तड़प ऐ दिल तड़पने से ज़रा तस्कीन होती है

This is a great मुसीबत की शायरी. If you like मुसीबत पर शायरी then you will love this.

SHARE