हर क़दम पर हम समझते थे कि मंज़िल आ गयी

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हर क़दम पर हम समझते थे कि मंज़िल आ गयी
हम क़दम पर इक नयी दरपेश मुश्किल आ गयी
क़दम: पै
दरपेश: सम्मुख, सामन

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