खुशबू की तरह आया वो तेज़ हवाओं में SHARE FacebookTwitter खुशबू की तरह आया वो तेज़ हवाओं मेंमाँगा था जिसे हम ने दिन रात दुआओं मेंतुम चाट पे नहीं आये मैं घर से नहीं निकलयह चाँद बहुत भटकता है सावन की घटाओं में SHARE FacebookTwitter Tagsरात भर शायरी