जिनके राहों में हमने बिछाये थे सितारे

SHARE

जिनके राहों में हमने बिछाये थे सितारे
उनसे कहते हैं हरपाल आंसुओं के सहारे
हो गए हैं सारे शिकवे कितने किनारे
मगर फिर भी क्यों वो हुए ना हमारे

This is a great चाँद सितारे शायरी. If you like चांद सितारे शायरी then you will love this.

SHARE