तुम्हें जब कभी मिले फुर्सतें मेरे दिल से बोझ उतार दो

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तुम्हें जब कभी मिले फुर्सतें मेरे दिल से बोझ उतार दो
मैं बहुत दिनों से उदास हूँ मुझे कोई शाम उधार दो

This is a great मेरे खुदा शायरी. If you like मेरे दुश्मन शायरी then you will love this. Many people like it for मेरे अहसास शायरी. Share it to spread the love.

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