फिर कहीं दूर से एक बार सदा दो मुझको

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फिर कहीं दूर से एक बार सदा दो मुझको
मेरी तन्हाई का एहसास दिला मुझको
तुम तो चाँद हो तुम्हें मेरी ज़रुरत क्या है
मैं दिया हूँ किसी चौखट पे जला दो मुझको

This is a great एहसास पर शायरी. If you like किसी की चाहत शायरी then you will love this. Many people like it for क्या कहु शायरी.

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