जिसने बस त्याग ही त्याग किए SHARE FacebookTwitter जिसने बस त्याग ही त्याग किए, जो बस दूसरों के लिए जिए; फिर क्यों उसको धिक्कार दो, उसे जीने का अधिकार दो! महिला दिवस की शुभकामनाएं। SHARE FacebookTwitter
नारी तुम प्रेम हो, आस्था हो, विश्वास हो, टूटी हुई उम्मीदों की एकमात्र आस हो, हर जन का तुम्हीं तो आधार हो, नफ़रत की दुनिया में मात्र तुम्हीं प्यार हो, उठो अपने अस्तित्त्व को संभालो,<.......Read Full Message
हज़ारों फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए, हज़ारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए, हज़ारों बून्द चाहिए .......Read Full Message
माँ है वो, बेटी है वो, बहन है वो तो कभी पत्नी है वो; जीवन के हर सुख दुःख में शामिल है वो; शक्ति है व.......Read Full Message