वो खुद ही तय करते है मंज़िल आसमानों की SHARE FacebookTwitter वो खुद ही तय करते है मंज़िल आसमानों की; परिंदों को नहीं दी जाती तालीम उड़ानों की; रखते हैं जो हौंसला आसमान छूने का; उनको नहीं होती परवाह गिर जाने की।More SHARE FacebookTwitter
हर एक महान सपने की शुरुआत एक स्वप्नद्रष्टा से होती है। हमेशा याद रखिये, आपके अन्दर व.......Read Full Message