ए ईद तुम जब भी आना SHARE FacebookTwitter ए ईद तुम जब भी आना; सबके लिए बस खुशियाँ लाना; हर चेहरे पर हंसी सजाना; हर आँगन में फूल खिलाना; जो रोये हैं उन्हें हँसाना; जो बिछड़े हैं उन्हें मिलाना; प्यारी ईद तुम जब भी आना; सबके लिए बस खुशियाँ लाना। ईद मुबारक!More SHARE FacebookTwitter
चुपके से चाँद की रौशनी छू जाए आपको, धीरे से ये हवा कुछ कह जाए आपको, दिल से जो .......Read Full Message
अल्लाह का रहम आप पर आज और हमेशा बरसे, जैसे मुस्कुराते हैं फूल, हमेशा आप मुस्कु.......Read Full Message