ज़ुल्म इतना बुरा नहीं जितनी ख़ामोशी है SHARE FacebookTwitter ज़ुल्म इतना बुरा नहीं जितनी ख़ामोशी है; बोलना सीखो वरना पीढ़ियां गूंगी हो जाएँगी! SHARE FacebookTwitter