![](/Content/lol/right-19.png)
पहले के जमाने में जब कोई अकेला बैठा-
बैठा हँसता था तो लोग कहते थे, "पागल हो गया है
या फिर इस पर भूत-प्रेत का साया है।"
मगर आज के ज़माने में जब कोई अकेला बैठकर
हँसता है तो लोग कहते हैं, .
.
.
.
.
"क्या यार अकेले-अकेले मजे ले रहा है, मुझे
भी send कर ना।"