एक बे एक आदमी अपने छोरे ने कुट्टन लाग रा था आढ़ा गेर के.धै घुस्से धै घुसण्ड .
एक ताऊ बोल्या: के हो गया क्यों समारण लग रा हैं ?
छोरे का बाबू बोल्या: तड़के इसका दसवी का रिजल्ट आवेगा ।
ताऊ: रे बावली बूच ते आज क्यों इसकी सोड़ भरण लग रा सें
बाबू: ताऊ काल तड़के तड़क मैंने भात मैं जाना सै।