बढ़ी हुई दाढ़ी लेकर जब एक आदमी अपनी प्रेमिका के पास पहुंचा तो उसे उसका रंग ढंग बिल्कुल पसंद नहीं आया।
देखो रमेश! यह दाढ़ी तुम्हारे चेहरे पर अच्छी नहीं लगती। तुम हजामत बनवा लो प्लीज! रमेश ने दुखी होते हुए उत्तर दिया लेकिन मेरी पत्नी को मेरी दाढ़ी बहुत पसंद है। अगर मैंने दाढ़ी बनवाई तो वह बहुत नाराज होगी।
उसे नाराज होने दो! पर मुझे दाढ़ी अच्छी नहीं लगती! तुम्हे बनवानी ही पड़ेगी।
प्रेमिका ने जोर देते हुए कहा।
देखो प्लीज! मान जाओ। मेरी बीबी बहुत गुस्सैल स्वभाव की है। मेरा खानापीना हराम कर देगी।
रमेश ने चिरौरी करते हुए कहा।
तो फिर जाओ अपनी बीवी के पास ! मुझे तुमसे बात नहीं करनी ।
प्रेमिका ने नाराजगी जताते हुए कहा । आखिरकार रमेश ने हथियार डाल दिए और हजामत बनवा ली।
देर रात जब वह अपने घर पहुंचा तो उसकी बीवी सो रही थी। वह चुपचाप जाकर बगल में लेट गया। बीवी ने आंखे मूंदे-मूंदे ही उसके चेहरे पर हाथ फिराते हुए कहा- ओह सुरेश! तुम्हें इस वक्त यहां नहीं आना चाहिए था । मेरे पति कभी भी वापस आ सकते हैं।