संता – यार एक औरत रोज मुझे देख कर खिड़की से रूमाल हिलाती है SHARE FacebookTwitter संता – यार एक औरत रोज मुझे देख कर खिड़की से रूमाल हिलाती है ,, पर कभी खिड़की नहीं खोलती ,, बंता – ओये खोतया , गौर से देख वो औरत काम वाली बाई है , खिड़की के शीशे साफ़ कर रही है कपडे से,,More SHARE FacebookTwitter