बड़े बुजुर्ग कहते हैँ की उन्होँने देश को आजाद होते देखा है पता नही कौन सी आजादी की SHARE FacebookTwitter बड़े बुजुर्ग कहते हैँ की उन्होँने देश को आजाद होते देखा है पता नही कौन सी आजादी की बात करते हैँ वो ... हमने तो यहां बच्चोँ को एक वक्त की रोटी के लिये तिरंगा बेंचते देखा है॥ जय हिँदMore SHARE FacebookTwitter
तुमने दस-दस लाख दिए है सैनिक की विधवाओं को, सोचा कीमत लौटा दी है वीर प्रसूता माँओं को। लो मैं बीस लाख देता हूँ तुम किस्मत के.......Read Full Joke
सब ने तुझे आते हुए देखा, बात सारे जगको मालूम हो गई, हे मेरे देश की आजादी, तु आकर कहा गूम हो गई। न गांधीजी जानते थे न सुभाष को पता था शायद, जो ख्वाब तेरे लिये देखा था बेपता था शायद, कितने दिवाने मर मि.......Read Full Joke
आज़ादी के पर्व को मनाया है मनाते रहेंगे, क्या हम इस को ही आज स्वतंत्रता कहेंगे, भ.......Read Full Joke