मैं समझा था कि लौट आते हैं जाने वालेमैं समझा था कि लौट आते हैं जाने वालेतू ने जाकर तो जुदाई मेरी क़िस्मत कर दी
कैसे मिलेंगे हमें चाहने वाले बताइयेकैसे मिलेंगे हमें चाहने वाले बताइयेदुनिया खड़ी है राह में दीवार की तरहवो बेवफ़ाई करके भी शर्मिंदा ना हुएसजाएं मिली हमें गुनहगार की तरह
मेरे दोस्त कुछ फासले ऐसे भी होते हैंमेरे दोस्त कुछ फासले ऐसे भी होते हैंजो तय नहीं होते मगर नज़दीकियां रखते हैं
जाते-जाते उसके आखिरी अल्फाज़ यही थेजाते-जाते उसके आखिरी अल्फाज़ यही थेजी सको तो जी लेना मर जाओ तो बेहतर है
बड़े ही अजीब हैं ये ज़िन्दगी के रास्तेबड़े ही अजीब हैं ये ज़िन्दगी के रास्तेअनजाने मोड़ पर कुछ लोग अपने बन जाते हैंमिलने की खुशी दें या न देंमगर बिछड़ने का गम ज़रूर दे जाते हैं