दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे!दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठेयूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठेवो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार काऔर हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे
तिश्नगी जम गई पत्थर की तरह होंठों परतिश्नगी जम गई पत्थर की तरह होंठों पर;डूब कर भी तेरे दरिया से मैं प्यासा निकला
फूलों की तरह जब होंठों पे एक शोख़ तबस्सुम बिखरेगाफूलों की तरह जब होंठों पे एक शोख़ तबस्सुम बिखरेगाधीरे से तुम्हारे कानों में एक बात पुरानी कह देंगे