बात बनती नहीं ऐसे हालात मेंबात बनती नहीं ऐसे हालात मेंमैं भी जज़्बात में, तुम भी जज़्बात मेंकैसे सहता है मिलके बिछडने का ग़मउससे पूछेंगे अब के मुलाक़ात मेंमुफ़लिसी और वादा किसी यार काखोटा सिक्का मिले जैसे ख़ैरात मेंजब भी होती है बारिश कही ख़ून कीभीगता हूं सदा मैं ही बरसात मेंमुझको किस्मत ने इसके सिवा क्या दियाकुछ लकीरें बढा दी मेरे हाथ मेंज़िक्र दुनिया का था, आपको क्या हुआआप गुम हो गए किन ख़यालात मेंदिल में उठते हुए वसवसों के सिवाकौन आता है 'साग़र' सियह रात में
वहाँ तक तो साथ चलो जहाँ तक साथ मुमकिन हैवहाँ तक तो साथ चलो जहाँ तक साथ मुमकिन हैजहाँ हालात बदलेंगे वहाँ तुम भी बदल जाना
अपनी हालात का ख़ुद अहसास नहीं है मुझकोअपनी हालात का ख़ुद अहसास नहीं है मुझकोमैंने औरों से सुना है कि परेशान हूं मैं
दिल की हालात बताई नहीं जातीदिल की हालात बताई नहीं जातीहमसे उनकी चाहत छुपाई नहीं जातीबस एक याद बची है उनके चले जाने के बादहमसे तो वो याद भी दिल से निकाली नहीं जाती
हालात ने तोड़ दिया हमें कच्चे धागे की तरहहालात ने तोड़ दिया हमें कच्चे धागे की तरहवरना हमारे वादे भी कभी ज़ंजीर हुआ करते थे
ये जो हालात हैं यकीनन एक दिन सुधर जायेंगेये जो हालात हैं यकीनन एक दिन सुधर जायेंगेपर अफसोस के कुछ लोग दिलों से उतर जायेंगे