और ज्यादा भड़काते हो तुम तो आग मोहब्बत कीऔर ज्यादा भड़काते हो तुम तो आग मोहब्बत कीसोजिश-ए-दिल को ऐ अश्को, क्या ख़ाक बुझाना सीखे हो